सीजीसी लांडरा में 10 नए रिसर्च से जुड़े तथा अन्य प्रोफेशनल कोर्स को लॉन्च किया गया
अकादमिक और उद्योग के बीच के फासले को कम करने के लिए और नवीनतम तकनीकों की बढ़त और साथ ही अकादमिक अवसरों को बढ़ाने के लिए चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ काॅलेज लांडरा ने मार्केट की मांग को देखते हुए सत्र 2020 से 10 नए पाठयक्रम (कोर्स) शुरु किए हैं। आई के गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय से बीएससी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग, डिजिटल मार्केटिंग में बीबीए, बीबीए सेल्स, मार्केटिंग, एडवरटाईजिंग और पब्लिक रिलेशन मैनेजमेंट, माईक्रोबोलोजी में बीएससी को संबद्ध विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और फार्मा के द्वारा अनुमोदित किया गया है। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा फार्मेसी प्रैक्टिस में एम (पोस्ट बेककलौरीट), एम फार्मा इन फार्मेसी प्रेक्टिस एवं एम फार्मा इन रेगुलेटरी अफेयर्स।
सभी क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लागतार बढ़ते हुए युग और लिंक्डइन के 2020 की जाब रिर्पोट के अनुसाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) शीर्ष 15 उभरती नौकरीयों में सबसे पहले स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले चार सालों में इस में काम पर रखने की दर सालाना 74 प्रतिशत बढ़ी है। इसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल) विशेषज्ञों की मांग को बढ़ाया है और इसी को देखते हुए हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग में बीएससी को बाहरवीं के पास वाले छात्रों के लिए लान्च किया है। यह हमें आज शिमला में आयोजित हुई एक प्रेस कान्फ्रेंस में सीजीसी लांडरा के कैंपस डायरेक्टर प्रोफेसर (डाॅ) पी.एन. ऋषिकेशा ने बताया।
आजकल इंटरनेट पर व्यापक रुप से उपयोग की जाने वाली डिजिटल तकनीकों पर आधारित उत्पादांे या सेवाओं की बढ़ती आवश्यकताओं के साथ डिजिटल मार्केटिंग में बीबीए सहित सभी उद्योगों में मोबाईल, विज्ञापन और अन्य डिजिटल माध्यमों का व्यापक रुप से उपयोग किया जा रहा है।
अब बीबीए को सेल्स, मार्केटिंग, एडवरटाईजिग में लान्च किया गया है जिससे सभी आने वाले पेशेवरों को उनन्त मार्केटिंग एवं एडवर्टाइजिंग कौशल से लैस किया जाएं जो कि सभी उद्योगों की अग्रणी प्राथमिकता बन गई है।
सीजीसी लांडरा में मेडिकल एवं नाॅन मेडिकल के छात्रों के लिए माईक्रोबायोलोजी में तीन वर्षिय बेचलर इन साईंस (बीएससी) को लान्च किया गया। मेडिकल रिसर्च में क्वालिटी कन्ट्रोल में माईक्रोबायोलोजिस्ट की बहुत आवश्यकता है और इसके साथ ही यह छात्र शिक्षक का प्रोफेशन भी चुन सकते है।
इसके साथ ही एम फार्मेसी (रेगुलेटरी अफयेर्स) को भी लान्च किया गया है जो प्रोफेशनल्स को रेगुलेटरी अफेयर कन्सलटेंट, स्पैशलिस्ट, एसोसिएसट बनने का अवसर प्रदान करेगा और इसके साथ ही वह ड्रग सेफटी स्पैशलिस्ट, ड्रग इन्सपेक्टर और मेडिकल इन्फोर्मेशन एसोसिएट में भी अच्छे मौके प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ साथ एम फार्मेसी (फार्मा प्रेक्टिस) - एवं फार्मा डी (पोस्ट बेककलौरीट ) को भी छात्र चुन सकते हैं जो उन्हें आगे चलकर प्रोफेसर बनने का मौका एवं अस्पताल में फार्मा को विजिलेंस व रिर्सच में भी अच्छे अवसर प्रदान करेगा।
हालांकि यह नया नहीं है लेकिन छात्रों को उन्नल सैद्धांतिक के साथ साथ व्यावहारिक ज्ञान और अनुसंधान आधारित विशेषज्ञता (एम.एससी) मैथेमेटिक्स, केमिस्ट्री और फिजिक्स के मास्टर्स को भी लान्च किया गया है। एमएससी विशेषज्ञता आमतौर पर उन छात्रों के द्वारा चुनी जाती है जिन्होंने स्नातक के दौरान इसी विषय का अध्ययन किया हो।
सीजीसी लांडरा मौजूदा सूची में इन व्यावसायिक कार्यक्रमो को शामिल करके छात्रों को एक व्यापक विकल्प देने के लिए नए रास्ते खोलना का एक प्रयास कर रहा है।
अपनी 19 वर्ष की उच्चतम प्लेसमेंटस की विरासत को आगे बढ़ाते हुए सीजीसी लांडरा में वर्ष 2020 के सालाना प्लेसमेंट के दिन पर छात्रों को 350 से ज्यादा बड़ी कम्पनीज के द्वारा लगभग 4000 प्लेसमेंट्स आॅफर की गई है। प्लेसमेंट का सबसे प्रमुख आकर्षण था एमाजान डवलपमेंट सेंटर इंडिया में 15 छात्रों का प्लेसमेंट होना जिसमें सबसे ज्यादा पैकेज कंप्यूटर सांईंस इंजीनियरिंग के छात्रों को दिए गए 30.25 लाख सालाना था।यह निश्चित रुप में हमारे आदर्श वाक्य बिल्डिंग करियर, ट्रांसफार्मिंग लाइव्स को पूरा कर रहा है।
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